ऐसी परिस्थितियों की कहानियाँ जो परमेश्वर को प्रिय हैं
"युवा लोगों के लिए मार्गदर्शन की उत्कृष्ट कृतियाँ" श्रृंखला के अंतर्गत
दार अल-हुदा प्रकाशन और वितरण द्वारा निर्मित
लेखक: मुहम्मद मुवफ्फाक सलीमा / मुहयी अल-दीन सलीमा
आयु समूह: 9 वर्ष और उससे अधिक
पृष्ठों की संख्या: 59
पुस्तक का आकार: 15 x 21
कहानियों की एक मनोरंजक और मार्मिक श्रृंखला, जिसमें लेखकों ने सही संदर्भों पर भरोसा किया है और इसकी घटनाएँ वास्तविक हैं।
इन सुंदर कहानियों का उद्देश्य मुस्लिम चरित्र का निर्माण करना है, जो अपनी आस्था में दृढ़ रहेगा, चाहे इसके लिए कोई भी कीमत चुकानी पड़े, तथा अपने मूल्यों पर अडिग रहेगा, चाहे इसके समर्थक और मदद करने वाले कितने ही कम क्यों न हों।
कहानी के शीर्षक:
1- ईश्वर मेरा प्रतिनिधि और साक्षी है
2- फिरौन के परिवार से विश्वासी
3- अल-करम परिवार