ईद-उल-फितर पर नूर और करीम की कहानी
एक सुन्दर, सरलीकृत कहानी जिसका उद्देश्य शैक्षिक और व्यवहारिक सिद्धांतों और मूल्यों को स्थापित करना है।
अपने बच्चे से मज़ेदार और शैक्षिक माहौल में बात करें।
आयु समूह: 3 वर्ष और उससे अधिक
कहानी के अंत में निम्नलिखित बातें शामिल होंगी:
कहानी के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए शिक्षक के लिए एक सरलीकृत मूल्यांकन (ईद पर नूर और करीम)
यह कहानी छह वर्ष और उससे अधिक आयु के बच्चों के लिए उपयुक्त है
लड़के और लड़कियों के लिए