नींबू की कहानी
डार रोया द्वारा निर्मित
लेखक: हाला सावास
पृष्ठों की संख्या: 24
पुस्तक का आकार: 22 x 22
आयु समूह: 6 - 10 वर्ष
“मैं इस शाखा को कभी नहीं छोडूंगा.. और मैं तुम्हें कभी नहीं छोडूंगा, मेरे प्यारे पेड़”
नींबू पकने और रस से भर जाने के बाद ये शब्द चिल्लाया...
लेकिन बुद्धिमान पेड़ ने उसे चीज़ों को अलग नज़रिए से देखने को प्रेरित किया।
उनकी बातचीत का रहस्य क्या है?
नींबू की यात्रा कहां होगी?
जीवन का एक सुंदर अर्थ है जो केवल विकास, गति और देने से ही मधुर होता है। तो हमारे साथ आओ.